लखनऊ के जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन करते सामाजिक एवं महिला संगठनों के कार्यकर्ता |
अमेठी में एक नाबालिक का अपहरण कर उसके साथ दुष्कर्म करने का मामला।
प्रदर्शनकारियों ने मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की...
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
लखनऊ। अमेठी में एक नाबालिग युवती का अपहरण कर उसके साथ दुष्कर्म करने और उसे
बेचने के षडयंत्र में शामिल होने के आरोपी तांत्रिक मौनी बाबा समेत अन्य लोगों के
खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग को लेकर विभिन्न सामाजिक और महिला संगठनों ने
बुधवार को स्थानीय जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा के सामने धरना दिया। साथ ही उन्होंने
पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने और आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग
भी की। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को संबोधित ज्ञापन हजरतगंज
परिक्षेत्र के क्षेत्राधिकारी को सौंपा जिन्होंने उसे मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का
आश्वासन दिया।
धरने के दौरान सामाजिक और महिला कार्यकर्ताओं ने बलात्कार के आरोपी मौनी बाबा
को गिरफ्तार करो, बलात्कारियों को बचाने वाले अमेठी के पुलिस अधीक्षक को
बर्खास्त करे, अपने कर्तव्य में लापरवाही बरतने वाले पुलिस अधिकारियों पर धारा-166ए के तहत मुकदमा दर्ज करो, नाबालिग का अपहरण कर बलात्कार करने और बेचने की साजिश रचने
के आरोपियों पर पॉक्सो के तहत मुकदमा दर्ज करो आदि के नारे भी लगाए।
धरने के दौरान
प्रदर्शनकारी बलात्कार के आरोपी अमेठी के मौनी बाबा की आपराधिक भूमिका की सीबीआई
जांच कराओ, तांत्रिक मौनी बाबा के खिलाफ बलात्कार करने का एफआईआर दर्ज क्यों नहीं,
सपा सरकार जवाब दो, नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार करने वाले मौनी बाबा को
बचाने वाले अमेठी एसपी को तत्काल बर्खास्त करो आदि के नारे लिखी तख्तियां भी लिए
थे।
इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि एक तरफ प्रदेश सरकार महिलाओं के खिलाफ हो रही
हिंसा पर बयानबाजी करते हुए कहती है कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा और अपनी
जिम्मेदारी न निभाने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई होगी। वहीं दूसरी ओर अमेठी मामले
में महिलाओं की सुरक्षा के प्रति शासन और प्रशासन की उदासीनता और पूरे प्रकरण में
उसकी आपराधिक संलिप्तता उजागर होती है। हफ्तों बीत जाने के बाद भी मौनी बाबा और
अन्य के खिलाफ एफआईआर तक दर्ज नहीं हो रही है।
उन्होंने कहा कि जिस तरह पीड़िता के
बेचे जाने की साजिश का खुलासा हो रहा है, वह हैरत में डालने वाला है। मीडिया माध्यमों में पीड़िता के
हवाले से बताया गया कि कई अन्य लड़कियों को वहां से नासिक और पुणे ले जाकर बेचा
गया है। इससे इस बात की संभावना बढ़ जाती है कि यह पूरा मामला मानव तस्करी और देह
व्यापार से जुड़ा हुआ है। ऐसे में यह जरुरी हो जाता है कि पूरे मामले की सीबीआई
जांच कराई जाए।
धरने में महिला संगठन एडवा की नेता मधु गर्ग, एपवा की नेता ताहिरा हसन, अखिल भारतीय किन्नर महासभा की सोनम किन्नर,
वरिष्ठ पत्रकार अजय सिंह, रिहाई मंच अध्यक्ष मोहम्मद शुएब,
नागरिक परिषद के नेता राम कृष्ण,
इंजीनियर एजाज, पिछड़ा समाज महासभा के नेता एहसानुल हक मलिक,
इंडियन नेशनल लीग के उपाध्यक्ष हाजी फहीम सिद्दीकी,
सैयद मोईद, मजदूर नेता केके शुक्ला, डॉ. अली अहमद, जैद अहमद फारुकी, वासिफ शेख, मेघा सेवा संस्थान की मेघा, नदीम, फैज, मीना सोनी, नसरीन, फैजान मुसन्ना, जिया इमाम चैधरी, संजोग बाल्टर, ज्योती राय, गुफरान सिद्दीकी, राशिद, पत्रकार शिव दास प्रजापति, अखिल विकल्प, शाहनवाज आलम और राजीव यादव शामिल रहे।