गुरुवार, 26 अक्तूबर 2017

सोशल मीडिया में खबरों की पुष्टि की गुंजाइश नहीं- अजय उपाध्याय

पराड़कर स्मृति भवन में संपादकाचार्य बाबूराव विष्णु राव पराड़कर जी की जयंती पर ‘समकालीन हिन्दी पत्रकारिता और सोशल मीडिया’ विषयक संगोष्ठी में वक्ताओं ने व्यक्त किये विचार।
वनांचल न्यूज़ नेटवर्क
वाराणसी। पत्रकारिता वस्तुनिष्ठ है जबकि सोशल मीडिया ठीक इसके विपरीत है। प्रिंट मीडिया में खबरों की पुष्टि की जाती है, जबकि सोशल मीडिया में इसकी कोई गुंजाइश नहीं है। ऐसे में पत्रकारों का यह दायित्व बनता है कि वे अपने पेशे को पुनर्परिभाषित करें। यह विचार आज पराड़कर स्मृति भवन मेें संपादकाचार्य बाबूराव विष्णु राव पराड़कर  की जयंती पर ‘समकालीन हिन्दी पत्रकारिता और सोशल मीडिया’ विषयक संगोष्ठी में पत्रकारिता के मूर्धन्य विद्वान और हिन्दुस्तान व अमर उजाला के प्रधान संपादक रह चुके श्री अजय उपाध्याय ने व्यक्त किए।