शनिवार, 23 सितंबर 2017

BHU की छात्राओं ने तोड़ी कुलपति की बेड़ियां, रात भर किया प्रदर्शन, कुलपति के आवास को भी घेरा

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में लगातार हो रही छेड़खानी के विरोध में सिंह द्वार पर पिछले 28घंटे से चल रहा है छात्राओं का धरना। छात्राओं के तीखे तेवर देखकर जिला प्रशासन ने बदला प्रधानमंत्री के दुर्गा मंदिर जाने का पूर्व निर्धारित रास्ता। 
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) की छात्राओं ने शुुक्रवार की रात संस्कृति के नाम पर संघी कुलपति गिरीश चंंद्र त्रिपाठी द्वारा थोपी गई पाबंदियों को तोड़ दिया और छेड़खानी के विरोध मेें पूरी रात धरना प्रदर्शन किया। रात में ही छात्राओं ने कुलपति के आवास का घेराव किया। उधर विश्वविद्यालय परिसर में लगातार छेड़खानी से परेशान छात्राओं के तीखे तेवर देख जिला प्रशासन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पूर्व निर्धारित रास्ता ही बदल दिया जो बीएचयू के सिंह द्वार से दो बार गुजरना था।

PM मोदी के 56 इंच के सीने पर भारी पड़ा BHU की छात्राओं का पसीना

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में लगातार हो रही छेड़खानी के विरोध में सिंह द्वार पर पिछले 24 घंटे से चल रहा है छात्राओं का धरना। छात्राओं के तीखे तेवर देखकर जिला प्रशासन ने बदला प्रधानमंत्री के दुर्गा मंदिर जाने का पूर्व निर्धारित रास्ता। 
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 56 इंच के सीने पर काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) की छात्राओं का पसीना शुक्रवार को भारी पड़ गया। विश्वविद्यालय परिसर में लगातार छेड़खानी से परेशान छात्राओं के तीखे तेवर देख जिला प्रशासन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पूर्व निर्धारित रास्ता ही बदल दिया जो बीएचयू के सिंह द्वार से दो बार गुजरना था।

शुक्रवार, 22 सितंबर 2017

PM और CM की मौजूदगी भी शांत नहीं कर पाई BHU की छात्राओं का गुस्सा, छेड़खानी के विरोध में बीएचयू गेट बंद कर दिन भर किया प्रदर्शन

कुलपति और प्राक्टोरियल बोर्ड पर फूंटा छात्राओं का गुस्सा
वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में बृहस्पतिवार की शाम एक छात्रा के साथ छेड़खानी का मामला शुक्रवार को आंदोलन का रूप ले लिया। पीड़ित छात्रा विश्वविद्यालय की सैकड़ों छात्राओं के साथ बीएचयू गेट बंद कर धरने पर बैठ गई जिससे प्रशासन की सांसें थम गईं। आनन फानन फोर्स तैनात कर दी लेकिन छात्राएं नहीं मानी। वे प्राक्टोरियल बोर्ड के गैरजिम्मेदार अधिकारियों और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर धरना देती रहीं। शहर में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की मौजूदगी भी उन्हें धरने से उठा नहीं सकी।

रविवार, 17 सितंबर 2017

BHU: यहां तो प्रॉक्टर भी नहीं है सुरक्षित, दिया इस्तीफा

डॉ. ज्ञान प्रकाश मिश्रा ने कला संकाय प्रमुख और विभागाध्यक्ष पर लगाया मानसिक प्रताड़ना का आरोप। 
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
वाराणसी। जातिगत उत्पीड़न, लैंगिक भेदभाव, अवैध वसूली, छात्रों और पत्रकारों पर हमले के लिए बदनाम काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के कुलपति गिरीश चंद्र त्रिपाठी के कार्यकाल में अब आरक्षाधिकारी (प्रॉक्टर) भी सुरक्षित नहीं हैं। ‘पूर्वांचल का ऑक्सफोर्ड’ के नाम से मशहूर इस विश्वविद्यालय के प्रॉक्टोरियल बोर्ड के एक सदस्य ने शनिवार को स्वयं की सुरक्षा में असमर्थता जताते हुए प्रॉक्टर पद से इस्तीफा दे दिया। इसमें उसने संकाय प्रमुख और विभागाध्यक्ष पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है।