रिहाई मंच ने झूंसी थाने के पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने की मांग की। भू-माफिया-पुलिस
गठजोड़ की वजह से बुजुर्ग की हत्या होने का रिहाई मंच ने लगाया आरोप।
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
इलाहाबाद। स्थानीय झूंसी थाना क्षेत्र के वार्ड संख्या आठ निवासी बुजुर्ग
संतलाल बिंद की हिरासत में मौत को लेकर रिहाई मंच ने बिगुल फूंक दिया है। उसने इसे
प्रदेश में बढ़ रहे पुलिसिया गुण्डाराज का एक और उदाहरण बताया। साथ ही मंच ने
झूंसी थाने के पुलिसकर्मियों को बर्खास्तकर उन्हें तत्काल गिरफ्तार करने की मांग
की। मंच ने जारी विज्ञप्ति में कहा है कि जल्द ही उनका पांच सदस्यीय दल घटना स्थल
का दौरा करेगा।
रिहाई मंच, इलाहाबाद के प्रभारी राघवेन्द्र प्रताप सिंह और अनिल यादव ने कहा कि पूरे
प्रदेश में पुलिस और भू माफियाओं का गठजोड़ बना हुआ है। जमीन विवाद के मामले में
पुलिस बुजुर्ग संतलाल बिंद को पूछताछ के नाम पर थाने ले गई थी। देर शाम जब संतलाल
घर नहीं पहुंचे तो उनके परिजनों ने खोजबीन शुरु की। बाद में संतलाल का शव गांव
स्थित मंदिर के पास मिली। इससे पुलिस का आपराधिक चरित्र उजागर हो गया है। उन्होंने
आरोप लगाया कि संतलाल बिंद की मौत के बाद पुलिस एफआईआर दर्ज करने से भागती रही।
इससे साफ होता है कि बुजुर्ग संतलाल की मौत पुलिस और भू-माफियाओं के गठजोड़ का
नतीजा है। वास्तव में यह हत्या है। उन्होंने मांग की कि प्रदेश सरकार तत्काल दोषी
पुलिस अधिकारियों समेत भूमाफियाओं को गिरफ्तार करे।
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