देश भर में बेरोजगार छात्रों और युवाओं ने भाजपा की केंद्र एवं राज्य सरकारों के खिलाफ किया प्रदर्शन।
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
रोजगार और निजीकरण के मुद्दे को लेकर बेरोजगारों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है। भाजपा नीत केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ बेरोजगारों ने बृहस्पतिवार को मोदी सरकार के खिलाफ एक बार फिर मोर्चा खोला। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन (17 सितंबर) को 'राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस' के रूप में मनाया। लखनऊ, वाराणसी, इलाहाबाद, सोनभद्र आदि शहरों में छात्रों और युवाओं ने विभिन्न बैनर तले भारी संख्या में विरोध प्रदर्शन किया।
उन्होंने देश के विभिन्न शहरों में केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों समेत रोजगार और निजीकरण के मुद्दे पर प्रदर्शन किया। कई शहरों में पुलिस ने उन पर लाठी चार्ज भी किया जिसमें कई गंभीर रूप से घायल हो गए। इस दौरान पुलिस ने हजारों बेरोजगार युवकों को हिरासत में भी लिया। कई के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर उन्हें जेल भी भेज दिया।
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सिंह द्वार पर प्रदर्शन करते छात्र |
वाराणसी में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सिंह द्वार पर छात्रों और युवाओं ने प्रदर्शन किया और भाजपा की केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। वहीं, बेरोजगारी और निजीकरण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसियों और एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया। फिर उन्हें भारत माता मंदिर परिसर ले गए। वहां अभी वे पुलिस हिरासत में हैं।
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इलाहाबाद के बालसन चौराहे पर छात्रों और युवाओं ने सुबह से ही प्रदर्शन किया। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रही।
सोनभद्र में पकौड़ा बेचते कांग्रेस कार्यकर्ता |
लखनऊ में विरोध कर रही छात्रा को हिरासत में लेती पुलिस। साभार-फेसबुक |
इलाहाबाद के बालसन चौराहा पर प्रदर्शन करते बेरोजगार युवा |
इलाहाबाद में प्रदर्शन कर रही छात्रा को गिरफ्तार करती पुलिस |
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