संयुक्त किसान मोर्चा ने हरियाणा की खट्टर सरकार को अविश्वास प्रस्ताव के जरिए हराने का लिया निर्णय
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
नई दिल्ली। भाजपा की अगुआई वाली केंद्र सरकार के तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन के 102वें दिन हिसार निवासी किसान राजबीर ने रविवार को टिकरी बॉर्डर पर खुदखुशी कर ली। संयुक्त किसान मोर्चा की प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक 49 वर्षीय राजबीर ने अपने सुसाइड नोट में इसके लिए केंद्र सरकार के तीन नये कृषि कानूनों को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं, मोर्चा के नेताओं ने हरियाणा की खट्टर सरकार को अविश्वास प्रस्ताव के जरिए हराने का निर्णय लिया जो आगामी 10 मार्च को आएगा।
संयुक्त किसान मोर्चा के डॉ. दर्शन पाल सिंह की ओर से रविवार को जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि उत्तराखंड के नवकिरण सिंह गत 26 नवंबर को पुलिस की गोलीबारी में शहीद हो गए थे। किसान आंदोलन के दौरान नवकिरण सिंह जैसे शहीद हुए 270 से ज्यादा किसानों के लिए रविवार को सिंधु बार्डर पर एक विशेष प्रार्थना सभा की गई। इसमें कई किसान नेता शामिल हुए।
प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक दिल्ली और पूरे देश में चल रहे किसानों के धरना स्थलों पर अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को महिला किसान दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इस दौरान भारत के कृषि क्षेत्र और विभिन्न जगहों पर चल रहे आंदोलनों में महिला किसानों के योगदान को प्रदर्शित किया जाएगा। संयुक्त किसान मोर्चा ने यह भी कहा है कि कर्नाटक में शुरू किए गए "एमएसपी दिलायो अभियान" ने नए कृषि कानूनों के कारण राज्य में विनियमित बाजारों को कमजोर करने में अपनी अहम भूमिका निभाई है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Thank you for comment