कैबिनेट बाइ-सर्कुलेशन के जरिये भूमि वापस लेकर सरकार ने उसे वन विभाग को सौंपा।
वनांचल न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सोनभद्र में जेपी समूह की सहयोगी कंपनी ‘जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड (जेएएल)’ द्वारा
ग्रामसभा और वन भूमि को लूटने की साजिश के खिलाफ ‘वनांचल
एक्सप्रेस’ की मुहिम रंग लाने लगी है। उत्तर प्रदेश सरकार ने सोनभद्र में जेएएल को गैर-कानूनी
ढंग से आबंटित करीब 2500 एकड़ या 1083 हेक्टेयर (करीब 4283 बीघा) वन भूमि वापस लेने का फैसला किया है। इसके लिए राज्य सरकार ने उसे नोटिस जारी किया है। जेएएल को यह भूमि सोनभद्र
प्रशासन की सांठगांठ से सूबे की सत्ता में काबिज राजनीतिक पार्टियों (पूर्व और
वर्तमान) के नुमाइंदों ने उत्तर प्रदेश राज्य सीमेंट निगम की भूमि के नाम पर
आबंटित की थी। इसकी आड़ में जेएएल जिला प्रशासन के भ्रष्ट नुमाइंदों के साथ
सांठगांठ कर वनभूमि समेत ग्रामसभा की जमीनों पर अवैध निर्माण और खनन करा रहा था। सरकार
ने कैबिनेट बाईसर्कुलेशन के जरिये यह जमीन वापस लेकर फिर से वन विभाग को सौंपने का फैसला किया है।
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