रीडिंग रूम्स पब्लिकेशन, नई दिल्ली और वनांचल लेखक एवं पत्रकार मंच के संयुक्त तत्वावधान में मैदागिन स्थित काशी पत्रकार संघ के पराड़कर स्मृति भवन सभागार में आयोजित कार्यक्रम में कहानी-संग्रह ‘वापसी’ का हुआ विमोचन।
वनांचल न्यूज़ नेटवर्क
वाराणसी। मैदागिन स्थित पराड़कर स्मृति सभागार में 'वनांचल लेखक एवं पत्रकार मंच' तथा 'रीडिंग रूम्स पब्लिकेशन, नई दिल्ली' के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित एक कार्यक्रम में युवा कथाकार मनीष 'आवारा' के पहले कहानी संग्रह 'वापसी' का विमोचन किया गया। सोनभद्र के जिला पंचायत अध्यक्ष अनिल यादव के मुख्य अतिथित्व में आयोजित हुए इस समारोह में मनीष 'आवारा' ने अतिथियों और स्रोताओं की किताब की विषय वस्तु और कहानी लेखन की प्रेरणा से संबंधित जानकारियां दी।
इसके बाद कथाकार रामानुज मिश्र ने मनीष के कहानी संग्रह में शामिल एक कहानी 'समर्पण' पर विशेष चर्चा करते हुए कहा कि मनीष की कहानियों में ग्रामीण संवेदना झलकती है और स्त्री पात्रों की प्रधानता है। उन्होंने संग्रह की तकरीबन सभी कहानियों को सशक्त बताया और प्रेमचंद की विरासत से जुड़ा।
इसके बाद कथाकार रामानुज मिश्र ने मनीष के कहानी संग्रह में शामिल एक कहानी 'समर्पण' पर विशेष चर्चा करते हुए कहा कि मनीष की कहानियों में ग्रामीण संवेदना झलकती है और स्त्री पात्रों की प्रधानता है। उन्होंने संग्रह की तकरीबन सभी कहानियों को सशक्त बताया और प्रेमचंद की विरासत से जुड़ा।
त्रैमासिक पत्रिका 'असुविधा' के संपादक एवं वरिष्ठ साहित्यकार राम नाथ 'शिवेंद्र' ने कहा कि यह संग्रह ग्रामीण जीवन को आदर्श तरीके से देखने और पूंजीवाद के हमले के चलते पैदा हुई प्रवृत्तियों को पहचानने का काम करता है। अपने लंबे वक्तव्य में उन्होंने मनीष की कहानियों के साथ गांवों की वर्तमान स्थिति की तुलना करते हुए बताया गांवों में अब कुछ बचा नहीं है और किसानों पर उद्योगों के हो रहे हमलों ने उन्हें बर्बाद कर दिया है। ऐसे में गांव केंद्रित कहानियों का लिखा जाना स्वागत योग्य है। समारोह के मुख्य अतिथि एवं जिला पंचायत अध्यक्ष, सोनभद्र अनिल यादव ने कहा कि मनीष 'आवारा' की कहानियां यथार्थ से परिचय कराती हैं और उन्होंने साहित्य के क्षेत्र में सोनभद्र का नाम ऊंचा किया है।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए प्रो. चौथी राम यादव ने मनीष 'आवारा' को उनके पहले कहानी संग्रह के लिए शुभकामना दी और कहा कि ग्रामीण परिवेश से जुड़ी उनकी कहानियां हिंदी साहित्य में मुंशी प्रेम चंद की याद दिलाती हैं।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से शिक्षक कमलेश कुमार सिंह, डीएसओ अजय प्रताप सिंह, पत्रकार विकास वर्मा, पूर्वांचल मीडिया क्लब के सोनभद्र अध्यक्ष विवेक पांडेय, पत्रकार किशन पांडेय, डॉ. विनोद यादव, अजय सिंह, राज किशोर यादव, अधिवक्ता धर्मेंद्र कुमार यादव, कुंवर, हरिशंकर, राम प्रवेश, कुलदीप, सुभम, संतोष, अरुण, मोनू, उमा, चंदन, दीपक, अभिषेक, राजीव मौर्या, रंजीत, सत्येंद्र, आंसू, गोलू समेत सैकड़ों बुद्धिजीवी, साहित्यकार एवं पत्रकार उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से शिक्षक कमलेश कुमार सिंह, डीएसओ अजय प्रताप सिंह, पत्रकार विकास वर्मा, पूर्वांचल मीडिया क्लब के सोनभद्र अध्यक्ष विवेक पांडेय, पत्रकार किशन पांडेय, डॉ. विनोद यादव, अजय सिंह, राज किशोर यादव, अधिवक्ता धर्मेंद्र कुमार यादव, कुंवर, हरिशंकर, राम प्रवेश, कुलदीप, सुभम, संतोष, अरुण, मोनू, उमा, चंदन, दीपक, अभिषेक, राजीव मौर्या, रंजीत, सत्येंद्र, आंसू, गोलू समेत सैकड़ों बुद्धिजीवी, साहित्यकार एवं पत्रकार उपस्थित रहे।
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