-इंडेन गैस उपभोक्ताओं ने
लगाया आरोप, ̒अवैध वसूली और एलपीजी गैस की कालाबाजारी में मिर्जापुर परिक्षेत्र के विपणन
अधिकारी प्रभात सिंह आरोपी डिस्ट्रीब्यूटर की कर रहे मदद̕ ।
-विपणन अधिकारी ने शिकायतकर्ता
उपभोक्ताओं से बात किये बिना ही भेज दी उनकी संतुष्टि की रपट।
वनांचल न्यूज़ नेटवर्क
सोनभद्र। घोरावल विधानसभा
निर्वाचन क्षेत्र के सपा विधायक रमेश चंद्र दुबे के संरक्षण में संचालित विंध्य
इंडेन गैस सर्विस की अवैध वसूली और कालाबाजारी के गोरखधंधे में इंडियन ऑयल के
क्षेत्रीय विपणन अधिकारी की मिलीभगत का मामला सामने आया है। इंडेन गैस उपभोक्ताओं
की बार-बार शिकायतों के बाद भी विपणन अधिकारी ने उनसे संपर्क नहीं किया और इंडियन
ऑयल के उच्चाधिकारियों को उनके संतुष्ट होने की रपट भेज डिस्ट्रीब्यूटर के अवैध वसूली
के गोरखधंधे को सही ठहराया। क्षेत्रीय विपणन अधिकारी की मिलीभगत का मामला कंपनी
द्वारा गठित दो अधिकारियों की संयुक्त जांच रपट के अंशों से उजागर हुआ । जांच रपट
से साफ है कि विंध्य इंडेन गैस सर्विस ने इंडेन एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटरशिप के
नियमों में अनियमितता बरती है जिसमें शिकायतकर्ता उपभोक्ताओं के आरोप भी शामिल
हैं।
पत्र में साफ लिखा है कि शिव दास के
आरोपों की जांच के लिए इलाहाबाद (द्वितीय) के उप प्रबंधक (एलपीजी-एस) राकेश कुमार
और जौनपुर के उप-प्रबंधक (एलपीजी-एस) प्रशान्त कुमार की संयुक्त जांच कमेटी गठित
की गई थी। कमेटी ने विंध्य इंडेन गैस सर्विस से जुड़े कुल 15 उपभोक्ताओं से संपर्क
किया और उनकी प्रतिक्रिया ली। इनमें शिकायतकर्ता भी शामिल है। कंपनी के
पदाधिकारियों द्वारा कमेटी की जांच रिपोर्ट का परीक्षण किया गया जिसमें
डिस्ट्रीब्यूटरशिप में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी पाई गई है। इन गड़बड़ियों के संबंध
में डिस्ट्रीब्यूटर को कारण बताओ नोटिस जारी किया जा चुका है। उसका जवाब मिलने पर
आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल विंध्य इंडेन
गैस सर्विस की अवैध वसूली और एलपीजी गैस की कालाबाजारी की शिकायत शिव दास ने अपने
बड़े भाई शिव नारायण के नाम आबंटित एलपीजी गैस कनेक्शन के संबंध में किया था। शिव
नारायण ने एजेंसी के वाहन से एक डीबीसी एलपीजी गैस कनेक्शन लिया था जिसके एवज में
कर्मचारियों ने उनसे 83,000 रुपये वसूल किये थे और उन्हें कनेक्शन के साथ दिये गए
सामानों के कैश-मेमो मुहैया नहीं कराये थे। इतना ही नहीं शिव नारायण के पास
प्रमाणित एलपीजी गैस चुल्हा होने के बाद भी उन्हें जबरदस्ती गैस चुल्हा और ट्रॉली
दिये थे। इस बात की जानकारी होने पर उनके छोटे भाई शिव दास ने इस मामले की ऑनलाइन
शिकायत इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड और भारत सरकार के शिकायत पोर्टल पर कर दी।
मामले की जांच कंपनी के उप-प्रबंधक (मार्केटिंग) एवं क्षेत्रीय विपणन अधिकारी
प्रभात सिंह को मिली।
उन्होंने शिकायतकर्ता से संपर्क किये बिना ही उसके संतुष्ट
होने की जांच रपट उच्चाधिकारियों को दे दी और एजेंसी के प्रबंधक और कर्मचारियों को
सही ठहरा दिया। साथ ही जांच रपट में गैस कनेक्शन शिव दास के नाम नहीं होने की रपट
भेज दी। शिव दास ने प्रभात सिंह की रपट को चैलेंज कर दिया। साथ ही उन्होंने अपने
बड़े भाई शिव नारायण से मामले की पैरवी के लिए खुद को अधिकृत करा लिया। इसके अलावा
शिव नारायण ने इसकी लिखित शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय से रजिस्टर्ड डाक के
माध्यम से कर दी। इस पर कंपनी ने मामले में इलाहाबाद (द्वितीय) के उप प्रबंधक
(एलपीजी-एस) राकेश कुमार और जौनपुर के उप-प्रबंधक (एलपीजी-एस) प्रशान्त कुमार की
संयुक्त जांच कमेटी गठित कर दी। जांच कमेटी की रपट में शिव दास समेत 15 इंडेन उपभोक्ताओं
के बयान दर्ज किये गए जो डिस्ट्रीब्यूटरशिप से संबंधित थे।
अधिकतर उपभोक्ताओं ने
विंध्य इंडेन गैस सर्विसेज द्वारा इंडियन ऑयल के दिशा-निर्देशों के तहत एलपीजी गैस
कनेक्शन नहीं देने, नया कनेक्शन के नाम पर अवैध वसूली करने, आपूर्ति के समय
सिलेंडर को नहीं तौलने, ऑनलाइन कैशमेमो जनरेट नहीं करने, कैश-मेमो रसीद नहीं देने,
रिफीलिंग सिलेंडर की आपूर्ति के समय तय दर से 50 रुपये अधिक वसूले जाने और
उपभोक्ताओं के नाम पर एलपीजी सिलेंडर ब्लैक करने का बयान जांच कमेटी के सदस्यों के
सामने दिया। जांच कमेटी ने अपनी फैक्ट फाइडिंग रपट कंपनी और भारत सरकार के शिकायत
प्रकोष्ठ को भेज दी। रपट की जांच में शिव दास के आरोप सही पाए गए और कंपनी ने
विंध्य इंडेन गैस एजेंसी को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
इससे साफ है
कि सोनभद्र में इंडियन ऑयल कंपनी के क्षेत्रीय अधिकारी की मिलीभगत से इंडेन गैस
उपभोक्ताओं से अवैध वसूली का गोरखधंधा जारी है। इस संबंध में जब भी क्षेत्रीय
अधिकारी प्रभात सिंह से बात करने की कोशिश की गई तो वे जवाब देने से बचते नजर आए। उन्होंने
कभी वाहन चलाने का हवाला देकर फोन काट दिया तो कभी बाद में बात करने की बात कही।
एजेंसी द्वारा की जा अवैध वसूली के लिए वे बार-बार उपभोक्ताओं की अज्ञानता को दोषी
ठहराते हैं।
Shiv Narain's Complain To PM1 |
Shiv Narain's Complain To PM2 |
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