कला संकाय प्रमुख और पत्रकारिता एवं जन संप्रेषण विभाग के
प्रभारी विभागाध्यक्ष प्रो. कुमार पंकज के पक्ष में कला संकाय के अधीन विभिन्न
विभागों के 65 शिक्षकों ने गत 15 जुलाई को हस्ताक्षर अभियान चलाकर लामबंदी की थी
और कुलपति को डॉ. नर्लिकर के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने पर धरना-प्रदर्शन करने की
चेतावनी दी थी...
वनांचल न्यूज नेटवर्क
वाराणसी। ब्राह्मणवादी व्यवस्था की पोषक और पिछड़ा-दलित उत्पीड़न के
आरोपों में घिरे बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में शिक्षकों की गुटबाजी खुलकर सामने
आ गई है। विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जन संप्रेषण विभाग की सहायक प्राध्यापक डॉ.
शोभना नर्लिकर के खिलाफ कला संकाय के विभिन्न विभागों के 65 शिक्षकों ने पिछले
दिनों कुलपति को एक हस्ताक्षरित पत्र देकर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की।
साथ ही उन्होंने ऐसा नहीं करने पर धरना-प्रदर्शन करने की धमकी भी दी।
उन्होंने अपने हस्ताक्षरित पत्र में लिखा है, “आपको अवगत है कि 6 जुलाई 2017 को कला संकाय प्रमुख के कार्यालय में जाकर
पत्रकारिता विभाग की डॉ. शोभना नर्लिकर ने अकारण हंगामा किया तथा संकाय प्रमुख
महोदय के विरुद्ध असंसदीय भाषा का प्रयोग करते हुए धरने पर बैठने की धमकी देती
रहीं। इस दौरान मुख्य आरक्षाधिकारी महोदय ने पहुंच कर मामले को शांत कराया। अब डॉ.
नर्लिकर गलत एफ.आई.आर. दर्ज कर संकाय प्रमुख महोदय की गिरफ्तारी की मांग कर रही
हैं। आज के समाचार-पत्रों में प्रकाशित समाचार के माध्यम से पता चला है कि संकाय
प्रमुख पर कार्यवाही न होने पर राजनीतिक पार्टियों एवं छात्रों के सहयोग से धरना
प्रदर्शन करेंगी।
इस पूरे घटना क्रम में हम सभी शिक्षकों में आक्रोश है तथा
छात्र-समूह भी लगातार संपर्क कर डॉ. शोभना नर्लिकर के खिलाफ कार्यवाही करने की
मांग कर रहे हैं। डॉ. नर्लिकर पूर्व में भी इसी प्रकार के कई मनगढ़ंत आरोप
विश्वविद्यालय के अन्य शिक्षकों एवं अधिकारियों पर लगाती रही हैं। अतः अगर डॉ.
शोभना नर्लिकर के विरुद्ध उचित कार्यवाही नहीं की गयी तो हम सभी शिक्षक भी धरना
प्रदर्शन करने हेतु बाध्य होंगे।”
नीचे देखें बीएचयू के कुलपति को 65 शिक्षकों द्वारा लिखा गया पत्रः
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