संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले भारत माता मंदिर परिसर में किया प्रदर्शन, कुलपति पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की।
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की छात्राओं पर लाठीचार्ज के विरोध में विपक्षी दलों ने मंगलवार को भारत माता मंदिर परिसर में संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले सामुहिक उपवास रख धरना दिया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि हम बीएचयू को संघिस्तान बनने नहीं देंगे। साथ ही उन्होंने लाठीचार्ज मामले में कुलपति के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की। ऐसा नहीं होने पर उन्होंने न्यायालय से एफआईआर दर्ज कराने की चेतावनी दी।
कार्यक्रम में समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह पटेल ने कहा कि काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कुलपति ने अभिभावक की भूमिका नहीं निभाई और यहां के सांसद ने भी उनसे मिलना गवारा नहीं समझा। प्रधानमंत्री पत्थर की मूर्ति की पूजा करने जाते हैं लेकिन साक्षात देवियों की पूजा नहीं करते हैं। नौरातर में कुलपति छात्राओं पर लाठीचार्ज कराते हैं, उन पर एफआईआर दर्ज होनी चाहिए।
कांग्रेस के नेता और पूर्व सांसद राजेश मिश्रा ने कहा कि कुलपति केवल आरएसएस का एजेंडा लागू कर रहे हैं। वे महामना के सपनों को रौंद रहे हैं। ऐसे कुलपति को तत्काल हटाया जाना चाहिए। साथ ही उसके पूरे कार्यकाल की सीबीआई जांच कराई जानी चाहिए।
आम आदमी पार्टी के पूर्वांचल संयोजक संजीव सिंह ने कुलपति के आरोप पर कहा कि उन्होंने ने छात्राओं के अभिभावक और गुरु का फर्ज नहीं निभाया। मैं विश्वविद्यालय का छात्र रहा हूंं और जिम्मेदार इंसान की हैसियत से मैंने अपना फर्ज निभाया और हमेशा निभाता रहूंगा। कुलपति, मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री विश्वविद्यालयों को संघिस्तान बनाना चाहते हैं जो हम होने नहीं देंगे। बेटियाँ पढ़ेंगी और आगे बढ़ेंगी भी लेकिन लाठीचार्ज और उनके अधिकारों के हनन से नहीं। ये होगा उनकी सुरक्षा और आजादी से।
धरने में समाजवादी पार्टी, कांग्रेस पार्टी, आम आदमी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल आदि पार्टियों के दर्जनों लोग शामिल थे। इनमें प्रमुख रूप से अनिल श्रीवास्तव, आनंद प्रकाश तिवारी, विवेक यादव, सुरेंद्र सिंह यादव आदि प्रमुख रूप से शामिल थे।
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