शनिवार, 1 अगस्त 2020

मैनपुरी हत्याकांडः योगी सरकार के खिलाफ कुम्हारों का प्रदर्शन, रक्षाबंधन पर्व के बहिष्कार का ऐलान

खरपरी गांव के माधोनगर मुहल्ले में कुम्हार परिवार के पांच सदस्यों को जिंदा जलाने के मामले को लेकर पूरे प्रदेश में कुम्हारों ने किया प्रदर्शन। उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर लगाया कुम्हारों के साथ भेदभाव का आरोप।

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

मैनपुरी के खरपरी गांव स्थित माधोनगर मोहल्ला निवासी कुम्हार परिवार के पांच सदस्यों को जिंदा फूंके जाने के मामले को लेकर कुम्हारों ने शुक्रवार को योगी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने भाजपा की योगी सरकार पर कुम्हारों के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया। साथ ही उन्होंने सरकार के खिलाफ विरोध जताने के लिए इस बार रक्षाबंधन पर्व नहीं मनाने का ऐलान किया। 

उत्तर प्रदेश प्रजापति महासभा के बैनर तले कुम्हारों ने मुजफ्फरनगर में दर्जनों की संख्या में विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने भाजपा की योगी सरकार पर कुम्हारों के साथ भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में ब्राह्मणों के मरने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनके परिजनों को 50 लाख रुपये का मुआवजा और समूह 'अ' की नौकरी देते हैं लेकिन मैनपुरी में कुम्हार समुदाय के एक ही परिवार के पांच सदस्यों को जिंदा जलाकर मार दिए जाने पर उनके मुख से संवेदना के एक शब्द नहीं निकलते हैं। ना ही पीड़ित परिवार के सदस्य को योगी सरकार या जिला प्रशासन की ओर से एक भी पैसा का मुआवजा मिलता है। यह पूरी तरह से जाति आधारित भेदभाव है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। 


साथ ही उन्होंने ऐलान किया कि उत्तर प्रदेश में बेटियों को सुरक्षा नहीं दिए जाने के विरोध में कुम्हार (प्रजापति) समुदाय इस बार रक्षाबंधन पर्व का बहिष्कार करेगा। इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार से मैनपुरी हत्याकांड में आरोपी संजय ठाकुर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेजे जाने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि संजय ठाकुर के परिवार वालों ने पीड़ित कुम्हार परिवार के परिजनों को धमकाकर जबरन एफिडेविट पर हस्ताक्षर कराया। साथ ही उन्होंने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। बाद में प्रदर्शनकारी कुम्हारों ने मुजफ्फरनगर जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, और उत्तर प्रदेश के राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा। इसमें उन्होंने मामले में आरोपी संजय ठाकुर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जेल भेजे जाने, पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने और परिवार के जिंदा बचे सदस्य मोहित प्रजापति को सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग की। 


प्रदर्शन में प्रमुख रूप से सत्यवीर सिंह प्रजापति, श्याम लाल प्रजापति, अति पिछड़ा वर्ग संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष मोहन प्रजापति राम निवास प्रजापति, सुरेन्द्र कुमार फौजी, किरणपाल प्रजापति, सुरेश प्रजापति,   विकास प्रजापति, तिलक प्रजापति, अरविंद कुमार प्रजापति, महेश प्रजापति, कृष्णा प्रजापति , सुनील प्रजापति, नरेन्द्र प्रजापति, सुधीर प्रजापति, योगेश कुमार प्रजापति, प्रमोद प्रजापति, कपिल प्रजापति, सागर प्रजापति, आदि मौजूद रहे। 


गाजियाबाद के मोदीनगर में भी कुम्हारों ने प्रजापति महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष रमेश चंद प्रजापति के नेतृत्व में प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने मैनपुरी हत्याकांड के विरोध में इस बार प्रजापति समुदाय द्वारा रक्षाबंधन पर्व के बहिष्कार का ऐलान किया। बाद में उन्होंने उप-जिलाधिकारी को राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, और उत्तर प्रदेश के राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री के नाम संबोधित पांच सूत्री ज्ञापन सौंपा। इसमें उन्होंने मामले में आरोपी संजय ठाकुर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उसे जेल भेजने, पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपये  की आर्थिक सहायता दिए जाने और परिवार के सदस्य मोहित प्रजापति को सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग प्रमुख थी। इस दौरान प्रमुख रूप से डॉ शिव कुमार प्रजापति, दुलीचंद प्रजापति, स्वतंत्र पाल आर्य, गजेंद्र मलिक, फकीर चंद प्रजापति, हरवीर प्रजापति, प्रवीण प्रजापति, एसके वर्मा, सनी कुमार आर्य, एडवोकेट जय किशन प्रजापति, सरोज प्रजापति, आदि प्रमुख रूप से शामिल थे। 


बता दें कि माधोनगर खरपरी गांव निवासी राम बहादुर प्रजापति गत 17-18 जून की रात परिवार के साथ घर में सो रहे थे। आरोप है कि गांव के मुरारी कश्यप ने पुरानी रंजिश की वजह से बाहर से दरवाजे की कुंडी बंद कर घर में आग लगा दी थी। इससे राम बहादुर प्रजापति, उनकी पत्नी सरला देवी, उनकी बेटी संध्या प्रजापति उर्फ रोली ((18 वर्ष) और शिखा प्रजापति (14 वर्ष) समेत उनका दो वर्षीय नाती ऋषि गंभीर रूप से झुलस गए। ऋषि की घटना के दिन (18 जून) ही मौत हो गई। अन्य लोगों को गंभीर रूप में सैफई स्थित मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। 


वहां गत 21 जून को राम बहादुर प्रजापति ने भी दम तोड़ दिया। दो दिन बाद 23 जून को उनकी पत्नी सरला देवी की मौत भी हो गई। मरने से पहले रिकॉर्ड किया गया सरला देवी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इसमें वह घटना के बारे में बताने की कोशिश कर रही थीं। उनकी बेटी रौली और शिखा का इलाज सैफई के मेडिकल कॉलेज में चल रहा था। उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। सोशल मीडिया पर शिखा का एक वीडियो भी वायरल हुआ था। इसमें वह घर में आग लगाने वाले मुरारी, गौरव और संजय का नाम ले रही थी। हालांकि आरोपी दूसरे व्यक्ति का नाम गौरव ही है, यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा था। गत 2 जुलाई को शिखा ने भी सैफई मेडिकल कॉलेज में दम तोड़ दिया। आज अल सुबह करीब एक बजे संध्या प्रजापति उर्फ रोली ने भी सैफई स्थित पीजीआई मेडिलल कॉलेज में दम तोड़ दिया। इस तरह इस घटना में जले परिवार के सभी पांच सदस्यों की मौत हो गई। अब राम बहादुर प्रजापति के परिवार में उनका 22 वर्षीय बेरोजगार बेटा मोहित प्रजापति, उसकी पत्नी मिथिलेश प्रजापति और उनकी एक आठ माह की बच्ची जिंदा बचे हैं। 

अन्य संबंधित खबरें-

1 टिप्पणी:

  1. आपका बहुत-बहुत धन्यवाद और आभार कि आपने मैनपुरी की इस घटना को अपने समाचार में प्रमुखता से प्रसारित किया है कि मैनपुरी में जो प्रजापति समाज के परिवार की तेल छिड़ककर आग लगा दी और उस परिवार को सरकार की ओर से कोई मदद नहीं मिली इसलिए इसका विरोध बहिष्कार रक्षाबंधन का किया आपने इस खबर को प्रमुखता से दिया हम सब लोग आपका आभार खबर करते हैं धन्यवाद जय प्रजापति सत्यवीर सिंह प्रजापति एडवोकेट मुज़फ़्फ़रनगर उत्तर प्रदेश मो0- 8218321539

    जवाब देंहटाएं

Thank you for comment