भोपाल में कथित पुलिस मुठभेड़ में आठ कैदियों की सामुहिक हत्या में सरकार और पुलिस की भूमिका को लेकर लखनऊ में प्रदर्शन कर रहे थे कार्यकर्ता।
वनांचल न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। भोपाल में कथित पुलिस मुठभेड़ में जेल से फरार आठ कैदियों की सामुहिक हत्या के खिलाफ स्थानीय जीपीओ के सामने प्रदर्शन कर रहे रिहाई मंच के कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने बुधवार को जमकर लाठियां भांजी जिसमें संगठन के महासचिव राजीव यादव समेत दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। बताया जा रहा है कि पुलिस ने मंच के महासचिव राजीव यादव को इस कदर पीटा कि उनका सिर फट गया। उन्हें ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। वहीं मंच के कार्यकर्ता शकील कुरैशी भी घायल हुए हैं।
रिहाई मंच के प्रवक्ता अनिल यादव ने बताया कि बुधवार को रिहाई मंच का प्रदर्शन शुरू नहीं हुआ था। हम बैनर टांग रहे थे लेकिन वहां पहले से मौजूद पुलिस ने हमें धरना करने से मना कर दिया। इसके बाद राजीव ने जीपीओ पुलिस चौकी इंचार्ज ओमकार नाथ यादव से इसकी वजह जाननी चाही तो पुलिस वालों ने पहले उनके साथ बदसुलूकी की। फिर उनकी बुरी तरह से पिटाई करने लगे। उनका बचाव करने पहुंचे मंच के साथी शक़ील कुरैशी पर भी पुलिस वाले टूट पड़े। पुलिस दोनों को मारती हुई पुलिस चौकी तक ले गई।
रिहाई मंच के कार्यकर्ताओं के दबाव में पुलिस ने मामले में आरोपी दारोगा ओमकार नाथ यादव और पुलिसकर्मी विजय कुमार पाण्डेय के खिलाफ आईपीसी की धारा-223 में एनसीआर दर्ज किया है जबकि तहरीर में जान से मार डालने का आरोप लगाया गया है।
अनिल ने कहा कि सिमी एनकाउंटर में सामने आए वीडियो इसकी विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा करते हैं। इसपर सवाल खड़े करना हमारा संवैधानिक अधिकार है। हम किसी गैरकानूनी मकसद से नहीं, बल्कि मध्यप्रदेश पुलिस की कार्रवाई के ख़िलाफ़ लखनऊ में जमा हो रहे थे लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस ने हमारी पिटाई कर दी।
रिहाई मंच के कार्यकर्ताओं के दबाव में पुलिस ने मामले में आरोपी दारोगा ओमकार नाथ यादव और पुलिसकर्मी विजय कुमार पाण्डेय के खिलाफ आईपीसी की धारा-223 में एनसीआर दर्ज किया है जबकि तहरीर में जान से मार डालने का आरोप लगाया गया है।
अनिल ने कहा कि सिमी एनकाउंटर में सामने आए वीडियो इसकी विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा करते हैं। इसपर सवाल खड़े करना हमारा संवैधानिक अधिकार है। हम किसी गैरकानूनी मकसद से नहीं, बल्कि मध्यप्रदेश पुलिस की कार्रवाई के ख़िलाफ़ लखनऊ में जमा हो रहे थे लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस ने हमारी पिटाई कर दी।
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