मिजोरम विश्वविद्यालय (MU) प्रशासन ने प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर पद की भर्ती के आवेदन शुल्क में अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) को नहीं दी कोई छूट।
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) के बाद मिजोरम विश्वविद्यालय प्रशासन ने आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) के सवर्णों को आवेदन शुल्क में एससी/एसटी को मिलने वाली छूट दी है। वहीं, ईडब्ल्यूएस के बराबर आय वाले अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) को आवेदन शुल्क में कोई रियायत नहीं दी है। उन्हें अनारक्षित वर्ग के बराबर शुल्क चुकानी होगी।
मिजोरम विश्वविद्यालय प्रशासन ने गत 14 जुलाई को विश्वविद्यालय में प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन प्रकाशित किया है। विज्ञापन में पहले पेज पर ही आवेदन शुल्क का विवरण दिया गया है। इसके अनुसार प्रोफेसर और एसोसिएट प्रोफेसर के पदों पर आवेदन करने वाले एससी/एसटी/ईडब्ल्यूएस वर्ग के आवेदकों समेत महिला अभ्यर्थियों के लिए पांच सौ रुपये आवेदन शुल्क निर्धारित किया गया है। शेष आवेदकों को इन पदों पर आवेदन के लिए एक हजार रुपये चुकाने होंगे। वहीं, असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों पर एससी/एसटी/ईडब्ल्यूएस और महिला आवेदकों को 250 रुपये चुकाने होंगे जबकि शेष आवेदकों को 500 रुपये शुल्क देना पड़ेगा।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने ईडब्ल्यूएस कोटा के लिए निर्धारित आय के बराबर आय रखने वाले ओबीसी वर्ग को आवेदन शुल्क में कोई रियायत नहीं दी है। बता दें कि मिजोरम विश्वविद्यालय के विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश की सीटों पर भी ओबीसी को कोई छूट नहीं मिलती है और ना ही इसके लिए कोई कोटा निर्धारित है।
गौरतलब है कि दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन ने भी विश्वविद्यालय में विभिन्न पाठ्यक्रमों के आवेदन शुल्क में ईडब्ल्यूएस कोटा के आवेदकों को एससी/एसटी के बराबर छूट दी है। वहीं ओबीसी वर्ग के आवेदकों के लिए आवेदन शुल्क में कोई छूट नहीं दी है। मामले में राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन से जवाब तलब किया है। साथ ही अन्य पिछड़ा वर्ग के आवेदन शुल्क को ईडब्ल्यूएस कोटा के आवेदन शुल्क के बराबर फिर से निर्धारित करने की अनुशंसा की है। हालांकि दिल्ली विश्वविद्यालय ने इस संदर्भ में कोई नया आदेश जारी नहीं किया है।
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