प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र समेत वाराणसी के थाना प्रभारियों ने ट्रैक्टर मालिक किसानों को गणतंत्र दिवस के मौके पर सड़क पर ट्रैक्टर संचालित करने से किया पाबंद। जिला प्रशासन के मुताबिक वाराणसी में 9800 ट्रैक्टर।
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) नीत भाजपा की केंद्र सरकार के नये तीन कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन से डरी उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने गणतंत्र दिवस के मौके पर सूबे में किसानों के ट्रैक्टर संचालन पर पाबंदी लगा दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र समेत वाराणसी में थाना प्रभारियों ने सोमवार को 6500 से ज्यादा किसानों और ट्रैक्टर मालिकों को नोटिस जारी कर गणतंत्र दिवस पर सड़क पर टैक्टर संचालित नहीं करने का आदेश दिया है। साथ ही उन्होंने किसानों को चेतावनी दी है कि अगर ट्रैक्टर सड़क पर चलता पाया गया तो वाहन और वाहन स्वामी के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
इसी के बाबत वाराणसी जिला प्रशासन ने भी पिछले दिनों जिले के किसान नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं को नोटिस जारी उनके खिलाफ गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई करने का नोटिस दिया था। इसके खिलाफ किसानों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने वाराणसी के शास्त्री घाट पर जिला प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था।
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर ही वाराणसी प्रशासन ने जिले के किसान नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं को नजर बंद कर दिया है। साथ ही उसने थाना प्रभारियों के जरिए जिले के 6500 से ज्यादा किसानों को नोटिस जारी कर गणतंत्र दिवस के मौके पर सड़क पर ट्रैक्टर संचालित नहीं करने का आदेश दिया है। जिला प्रशासन का अनुमान है कि जिले में करीब 9,800 ट्रैक्टर हैं जो किसान आंदोलन के नेताओं को आह्वान पर सड़कों पर आकर मार्च कर सकते हैं।
इससे पहले गाजीपुर की पुलिस भी किसानों को नोटिस भेजकर गणतंत्र दिवस के मौके पर सड़क पर ट्रैक्टर नहीं निकालने का आदेश दे चुकी है। साथ ही उसने ऐसा करने पर कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी भी दिया है।
वहीं, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के छात्रों ने दिल्ली में आंदोलनरत किसानों के समर्थन में गणतंत्र दिवस के मौके पर परिसर स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर से लंका स्थित सिंह द्वार तक विरोध मार्च निकालने की घोषणा की है। साथ ही इसकी सूचना सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म्स पर शेयर कर रहे हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Thank you for comment