मृतक अनिल कुमार के घर पहंची प्रशासन की टीम |
reported by SHIV DAS
सोनभद्र। 'वनांचल एक्सप्रेस' पर शुक्रवार को प्रकाशित खबर 'पैसे के अभाव में रास्ते पर घंटों पड़ा रहा मजदूर का शव, मुसलमानों संग ग्रामीणों ने चंदे से किया दाह संस्कार' का उसी दिन असर दिखा। www.vananchalexpress.com पर यह खबर प्रकाशित होने के करीब दो घंटे बाद ही जिला प्रशासन की टीम पीड़ित परिवार के घर पहुंची और मामले की पड़ताल की। रॉबर्ट्सगंज विकासखंड के ग्राम प्रधान रमेश यादव उर्फ हड़बड़ी प्रधान और कोटेदार गुलाब गुप्ता के साथ मौके पर पहुंची जिला प्रशासन की टीम ने पीड़ित परिवार को 50 किलो राशन दिलाया। ग्राम प्रधान ने ग्राम पंचायत की ओर से पीड़ित परिवार को 5000 रुपये की आर्थिक मदद की।
वनांचल एक्सप्रेस की टीम शनिवार को मृतक अनिल कुमार के घर पुनः पहुंची तो उनकी पत्नी की हालत काफी खराब दिखी। वह बात करने की स्थिति में नहीं थीं। उनका शरीर कड़ा पड़ गया था जिससे उनका दांत लग गया था।
शारीरिक परेशानियों से जूझ रही चंद्रावती और उन्हें संभालती उनकी बेटी और बहन |
चंद्रावती की बहन पार्वती ने 'वनांचल एक्सप्रेस' की टीम को बताया, "डीएम हरे कुछ लोग अइले रहलन जा..नाम त हम नाही जलनीं लेकिन सब लोग आयल रहलन जा...लिखलन-पढ़लन जा...लिख पढ़ के लेके गइलन जा'। उन्होंने बताया कि लोगों ने राशन मिलने के बारे में पूछा। फिर उन्होंने कोटेदार से 50 किलोग्राम चावल मंगाकर हमें दिया। बोले कि आवास भी मिलेगा। ग्राम प्रधान ने 5000 रुपये दिए।
जिला प्रशासन की ओर से पीड़ित परिवार के घर पहुंचने वालों में रॉबर्ट्सगंज के नायब तहसीलदार रवि प्रजापति, क्षेत्रीय लेखपाल शिवाजी और रॉबर्ट्सगंज विकास खंड के आपूर्ति निरीक्षक शशिकांत मौर्या शामिल थे। नायब तहसीलदार रवि प्रजापति ने वनांचल एक्सप्रेस को बताया कि उप-जिलाधिकारी के निर्देशानुसार वे और क्षेत्रीय लेखपाल शिवाजी सिंह कोरोना से होने वाली मौत की तस्दीक करने गए थे लेकिन वहां वैसा कुछ नहीं था।
वहीं जिला आपूर्ति अधिकारी राकेश तिवारी ने बताया कि पीड़ित परिवार ने गत 15 जून को आधार कार्ड से प्रधानमंत्री ग्रामीण खाद्यान्न योजना के तहत 15 किलोग्राम राशन उठाया था। इसमें 6 किलोग्राम चावल और 9 किलोग्राम गेहूं दिया गया था। उन्होंने इसका प्रमाण भी दिया।
वहीं चंद्रावती ने आधार कार्ड से 15 किलोग्राम चावल मिलने की बात कही। साथ ही उसने बताया कि उसका राशन कार्ड दो महीने से कोटेदार ही रखे हुए हैं। उसे दो बार का राशन नहीं मिला है। राशन नहीं मिलने की बात की पुष्टि उसकी पड़ोसी अमरावती ने भी की।
उन्होंने बताया कि वह और उनके साथ चार-पांच औरतें कोटेदार के पास राशन लेने गई थीं। उन लोगों को राशन मिला लेकिन चंद्रावती बाद में पहुंची तो उसे कोटेदार ने राशन नहीं दिया। कोटेदार ने उसे अगले दिन राशन देने के लिए बुलाया। जब वह पहुंची तो वह दावत खाने की बात कहकर चले गए और बाद में आकर राशन ले जाने की बात कहे। जब वह बाद में राशन लेने पहुंची तो भी उसे राशन नहीं दिए। फिर वह राशन लेने नहीं गई। आरोपों के बाबत कोटेदार गुलाब गुप्ता ने अंगूठा स्कैन नहीं होने की वजह से राशन नहीं देने का दावा किया।मृतक अनिल कुमार के घर पर खड़ी पड़ोसी अमरावती |
फिलहाल राकेश तिवारी ने शनिवार को वनांचल एक्सप्रेस से कहा कि वह रविवार तक नया राशनकार्ड निर्गत करने के लिए पूरी कार्रवाई करा देंगे। उन्होंने बताया कि शनिवार तक वे जिलाधिकारी को पूरी आख्या भेज देंगे।
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वनांचल एक्सप्रेस की खबर का सकारात्मक प्रभाव, बहुत सुन्दर। इसी तरह जनता के मुद्दों को उठाने रहें।
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