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रविवार, 15 अक्तूबर 2017

पटना में PM पर और काशी में CM पर फूंटा छात्रों का गुस्सा, कहीं दिखाये काले झंडे तो कहीं निकाला प्रतिरोध मार्च

विश्वविद्यालयों के भगवाकरण और उत्पीड़न के विरोध में छात्रों का प्रदर्शन।
वनांचल न्यूज़ नेटवर्क
पटना/वाराणसी। देश में विश्वविद्यालयों के भगवाकरण और उत्पीड़न के खिलाफ छात्रों का गुस्सा शनिवार को सड़कों पर फूंटा। छात्रों ने जहां पटना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को काले झंडे दिखाए और पुलिस की लाठियां खाईं, वहीं उनके संसदीय क्षेत्र काशी में प्रतिरोध मार्च निकाला और सभा की।

गुरुवार, 12 अक्तूबर 2017

राजनीति आज देश का खजाना लूटने का धंधा है- विजय नारायण

संगोष्ठी में विचार व्यक्त करते हुए चौधरी राजेंद्र और मंचासीन अनीता
भारती, डॉ. दुर्गा श्रीवास्तव, अमरनाथ और विजय नारायण।
लोकनायक जय प्रकाश नारायण की जयंती और डॉ. राम मनोहर लोहिया की पुण्यतिथि की पूर्व संध्या पर आयोजित लोकतंत्रः गतिरोध और संभावनाएं विषयक संगोष्ठी में समाजवादियों, गांधीवादियों और वामपंथियों ने व्यक्त किये विचार।  

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
वाराणसी। लोकनायक जय प्रकाश नारायण और डॉ. राम मनोहर लोहिया राजनीतिक और वैचारिक प्रतिबद्धता और समर्पण के प्रतीक हैं। उनका ना कोई घर था और ना ही कोई निश्चित पता। आज राजनीति से विचारधाराएं गायब हो गई हैं। उनकी जगह संप्रदायवाद और जातिवाद ने ले लिया है। राजनीति आज देश का खजाना लूटने का धंधा बन चुकी है।

सोमवार, 9 अक्तूबर 2017

बहुजन नायकों के विचारों की गलत व्याख्या कर रही भाजपा

मान्यवर कांशीराम के परिनिर्वाण दिवस की पूर्व संध्या पर अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति छात्र कार्यक्रम आयोजन समिति की ओर से आयोजित गोष्ठी में वक्ताओं ने बहुजन आंदोलन की दशा और दिशाविषयक गोष्ठी में रखी अपनी बात।  
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
वाराणसी। आरएसएस और उसके राजनीतिक संगठन भाजपाके नेता बहुजन आंदोलन के नायकों की मूल रचनाओं पर अंकुश लगाकर युवाओं के सामने उसकी गलत व्याख्या पेश कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों समेत विभिन्न शिक्षण संस्थाओं को अपना हथियार बनाया है। उनके इस मकसद में बहुजन समुदाय के कुछ सत्तालोलुप और मौकापरस्त लोग उनकी सहायता कर रहे हैं जिनसे हमें सतर्क रहना है। ऐसे लोग बहुजन आंदोलन को खत्म करना चाह रहे हैं लेकिन बहुजन नायकों के विचारों की तपिश में ऐसी ताकतें भस्म हो जाएंगी और बहुजन राज करेंगे।

शुक्रवार, 29 सितंबर 2017

BHU: VC के बुने जाल में फंसे सभी, ये था असली ‘एजेंडा’ (भाग-2)


राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से उनका जुड़ाव और इलाहाबाद विश्वविद्यालय शिक्षक संघ की राजनीति इसमें उनकी मदद भी कर रही है। हालांकि भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इच्छा के बिना यह पूर्ण रूप से संभव नहीं है। जरूरी है कि कुलपति महोदय अपनी ओर उनका ध्यान खींचे और पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा साबित कर सकें। लेकिन, कैसे? यही उनके लिए चुनौती थी...
शिव दास
त 21-27 सितंबर। यही वह अवधि थी जब काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों में नियुक्तियों और पदोन्नतियों के लिए साक्षात्कार चल रहा था। विश्वविद्यालय प्रशासन पर नियुक्तियों में धांधली का आरोप भी लगे रहे थे। वंचित समुदाय के छात्र मनमाने ढंग से की जा रही नियुक्तियों को लेकर पिछले दो महीने से विरोध-प्रदर्शन कर विभिन्न संवैधानिक प्रावधानों के तहत प्रतिनिधित्व का अधिकार मांग रहे थे और विश्वविद्यालय प्रशासन की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए थे। मानव संसाधन विकास मंत्रालय समेत राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग और राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग ने भी काशी हिन्दू विश्वविद्यालय प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए उससे जवाब मांगा था। संसद की पिछड़ा वर्ग समिति ने भी विश्वविद्यालय प्रशासन से नियुक्तियों में धांधली और प्रतिनिधित्व के संवैधानिक अधिकार पर जवाब तलब किया था। सबसे महत्वपूर्ण बात इसी एक सप्ताह की अवधि के दौरान विश्वविद्यालय के कुलपति गिरीश चंद्र त्रिपाठी का प्रशासनिक और वित्तीय अधिकार छीनने वाला था और दूसरे कार्यकाल के लिए उनकी कोशिश नाकाम हो चुकी थी।

गुरुवार, 28 सितंबर 2017

BHU: VC के बुने जाल में फंसे सभी, ये था असली ‘एजेंडा’-भाग-1

दरअसल इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व प्रो. गिरीश चंद्र त्रिपाठी बतौर कुलपति काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में दूसरा कार्यकाल चाहते थे। इसके लिए उन्होंने एड़ी-चोटी तक जोर लगा दी थी लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। जब उन्हें विश्वास हो गया कि उन्हें दूसरा कार्यकाल नहीं मिलेगा तो उन्होंने आलाकमान के सामने अपने वित्तीय और प्रशासनिक अधिकार में बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव रखा जो उन्हें मिल गई। उन्होंने इसका फायदा भी बखूबी उठाया...
शिव दास
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में छेड़खानी और उसके बाद उपजे हालात पर कुलपति गिरीश चंद्र त्रिपाठी का अड़ियल रवैया अनायास नहीं था। यह उनकी सोची-समझी रणनीति का हिस्सा था! इसमें विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों समेत पत्रकार, नेता, पुलिस, प्रशासन और सरकार, सभी फंस गए। पिछले एक महीने से विश्वविद्यालय प्रशासन की गतिविधियों की पृष्ठभूमि में छिपे हालात और छात्राओं के आंदोलन के बाद कुलपति की गतिविधियां कुछ ऐसा ही इशारा कर रही हैं।

मंगलवार, 26 सितंबर 2017

BHU की छात्राओं पर लाठीचार्ज के विरोध में विपक्षी दलों ने उपवास रख दिया धरना, कहा-बीएचयू को संघिस्तान बनने नहीं देंगे

संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले भारत माता मंदिर परिसर में किया प्रदर्शन, कुलपति पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की।
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की छात्राओं पर लाठीचार्ज के विरोध में विपक्षी दलों ने मंगलवार को भारत माता मंदिर परिसर में संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले सामुहिक उपवास रख धरना दिया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि हम बीएचयू को संघिस्तान बनने नहीं देंगे। साथ ही उन्होंने लाठीचार्ज मामले में कुलपति के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की। ऐसा नहीं होने पर उन्होंने न्यायालय से एफआईआर दर्ज कराने की चेतावनी दी।

सोमवार, 25 सितंबर 2017

BHU: तानाशाह कुलपति के निजी गुंडों ने छात्राओं पर पहले बरसाईं लाठियां, फिर बुलाई फोर्स

कुलपति गिरीश चंद्र त्रिपाठी, मुख्य आरक्षाधिकारी ओ.एन.सिंह और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने संयुक्त रूप से रची थी पुलिस फोर्स के बल पर  छात्राओं के आंदोलन को कुचने की साज़िश!
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में शनिवार की रात कुलपति लॉज के सामने आंदोलनकारी छात्राओं पर कुलपति के निजी गुंडों (सुरक्षाकर्मी) ने ही पहले लाठियां बरसाई थीं जिसमें करीब आधा दर्जन छात्र एवं छात्राएं घायल हो गये। इसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को सूचना देकर भारी संख्या में पुलिस फोर्स बुलाई। कुछ ही देर में जिलाधिकारी सैकडों की संख्या में पुलिस फोर्स लेकर लंका स्थित सिंह द्वार पर धरना दे रही छात्राओं समेत छात्रों और मीडियाकर्मियों पर टूट पड़े। कुछ ही देर में सिंह द्वार खाली हो गया और छात्राओं को महिला महाविद्यालय की चहारदीवारी के अंदर कैद कर दिया गया। विश्वविद्यालय प्रशासन के अंदर मौजूद विश्ववसनीय सूत्रों की मानें तो छात्राओं के आंदोलन को खत्म कराने के लिए विश्वविद्यालय के कुलपति और मुख्य आरक्षाधिकारी समेत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कुछ पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से ये रणनीति बनाई थी।

शनिवार, 23 सितंबर 2017

BHU की छात्राओं ने तोड़ी कुलपति की बेड़ियां, रात भर किया प्रदर्शन, कुलपति के आवास को भी घेरा

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में लगातार हो रही छेड़खानी के विरोध में सिंह द्वार पर पिछले 28घंटे से चल रहा है छात्राओं का धरना। छात्राओं के तीखे तेवर देखकर जिला प्रशासन ने बदला प्रधानमंत्री के दुर्गा मंदिर जाने का पूर्व निर्धारित रास्ता। 
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) की छात्राओं ने शुुक्रवार की रात संस्कृति के नाम पर संघी कुलपति गिरीश चंंद्र त्रिपाठी द्वारा थोपी गई पाबंदियों को तोड़ दिया और छेड़खानी के विरोध मेें पूरी रात धरना प्रदर्शन किया। रात में ही छात्राओं ने कुलपति के आवास का घेराव किया। उधर विश्वविद्यालय परिसर में लगातार छेड़खानी से परेशान छात्राओं के तीखे तेवर देख जिला प्रशासन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पूर्व निर्धारित रास्ता ही बदल दिया जो बीएचयू के सिंह द्वार से दो बार गुजरना था।

PM मोदी के 56 इंच के सीने पर भारी पड़ा BHU की छात्राओं का पसीना

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में लगातार हो रही छेड़खानी के विरोध में सिंह द्वार पर पिछले 24 घंटे से चल रहा है छात्राओं का धरना। छात्राओं के तीखे तेवर देखकर जिला प्रशासन ने बदला प्रधानमंत्री के दुर्गा मंदिर जाने का पूर्व निर्धारित रास्ता। 
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 56 इंच के सीने पर काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) की छात्राओं का पसीना शुक्रवार को भारी पड़ गया। विश्वविद्यालय परिसर में लगातार छेड़खानी से परेशान छात्राओं के तीखे तेवर देख जिला प्रशासन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पूर्व निर्धारित रास्ता ही बदल दिया जो बीएचयू के सिंह द्वार से दो बार गुजरना था।

सोमवार, 11 सितंबर 2017

BHU: यौन शोषण के आरोपी चिकित्सा अधीक्षक की बर्खास्तगी की मांग को लेकर विपक्षी दलों ने निकाला सर्वदलीय न्याय मार्च

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल चिकित्सालय में गत 5-7 जून को जहरीली गैस से हुई मरीजों की मौतों को लेकर संयुक्त संघर्ष समिति ने खोला मोर्चा। हजारों की संख्या में राजनीतिज्ञों, नागरिकों और छात्रों ने बीएचयू से प्रधानमंत्री कार्यालय तक किया मार्च।
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल चिकित्सालय में गत 5-7 जून को कथित रूप से करीब डेढ़ दर्जन से ज्यादा मरीजों की मौत को लेकर स्थानीय नागरिकों समेत विपक्षी दलों ने विश्वविद्यालय प्रशासन और केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। समाजवादी पार्टी, कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी, भाकपा, आम आदमी पार्टी, फारवर्ड ब्लॉक आदि राजनीतिक पार्टियों के स्थानीय नेताओं ने सोमवार को संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले हजारों की संख्या में लंका स्थित बीएचयू गेट से रविंद्रपुरी स्थित प्रधानमंत्री जन संपर्क कार्यालय तक मार्च किया और सर सुंदरलाल चिकित्सालय के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. ओपी उपाध्याय को बर्खास्त करने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने डॉ. ओपी उपाध्याय को यौन शोषण और दुष्कर्म का आरोपी भी बताया और उसकी गिरफ्तारी की मांग की।

सोमवार, 4 सितंबर 2017

अब तो BHU के नाम से दहशत हो गया है...


बेटी के गम में डूंबी शकुंतला और उनकी बेटी पूनम शर्मा
5-7 जून 2017। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय का सर सुंदरलाल अस्पताल। कहीं शव पर सिर पटककर रोती महिलाएं तो कहीं कानों के परदे को चिरतीं चीखें। किसी के सपने टूटें तो किसी के रिश्ते। कोई जिम्मेदारियों से मुकरा तो कोई बांधा झूठ का पुलिंदा। इन सबके बीच थे तो कुछ सवाल जो अभी भी जवाब खोज रहे हैं। आखिर कौन है मौत का सौदागर? विश्वविद्यालय प्रशासन, चिकित्सक, ठेकेदार या फिर दवा बनाने वाली कंपनियां। कातिल कोई भी हो लेकिन असल में कुछ घर बर्बाद जरूर हुए। किसी के सिर से पिता का साया छिना तो किसी भाई की कलाई की राखी। किसी की मांग का सिंदूर उजड़ा तो किसी के परिवार का सहारा। और ये हुआ है कुछ गैर-जिम्मेदार लोगों की वजह से जिन्होंने चंद नोटों की लालच में मासूमों की जिंदगी का सौदा कर लिया। अब हालात ऐसे हैं कि लोग बीएचयू के नाम से खौफ खाते हैं। पढ़िये वनांचल एक्सप्रेस-मीडिया विजिल की यह संयुक्त रिपोर्टः   
वाराणसी से शिव दास की रिपोर्ट
ब तो बीएचयू के नाम से दहशत हो गया है, एकदम डर गये हैं भैया। बाहर ऑपरेशन कराते तो 25 हजार रुपये में आवारा-न्यारा हो जाता। क्या बताएं भैया जब मति भ्रष्ट होती है और जब तबाही आती है तो...वही तबाही आयी। अब देखिए जान बचती भी है कि नहीं। कुल मिलाकर 60-65 हजार रुपये भी इनवेस्ट हुआ और स्थिति ये है। हिम्मत नहीं पड़ रही है कि दोबारा वहां जाएं। और वहां गए तो कहीं ऐसी दवा मिल जाए कि वह सोयी की सोयी रह जाएं।

ST आयोग ने BHU को भेजा नोटिस, सात दिनों में मांगा जवाब

विश्वविद्यालय के प्रोफेसर महेश प्रसाद अहिरवार ने की थी नियुक्तियों में प्रतिनिधित्व नहीं मिलने की शिकायत।
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में विभिन्न पदों पर होने वाली नियुक्तियों में अनुसूचित जनजाति वर्ग के सदस्यों को संवैधानिक प्रतिनिधित्व नहीं दिये जाने को अनुसूचित जनजाति आयोग ने गंभीरता से लिया है। आयोग ने पिछले दिनों बीएचयू के कुलपति, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग और भारत सरकार के उच्च शिक्षा विभाग को नोटिस जारी कर सुबूतों के साथ जवाब मांगा है। साथ ही आयोग ने निर्धारित समय में जवाब नहीं मिलने पर संबंधित अधिकारियों को व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस जारी करने की चेतावनी भी दी है। आयोग ने ये नोटिस विश्वविद्यालय के प्रोफेसर महेश प्रसाद अहिरवार की शिकायत पर जारी किया है।

रविवार, 3 सितंबर 2017

सर्वदलीय बैठक में गूंजा बीएचयू अस्पताल में मौतों का मुद्दा, होगा आंदोलन

सर्वदलीय बैठक को संबोधित करते पूर्व विधायक अजय राय
हैंड्स ऑफ महामना एरा ने गैर-राजग पार्टियों की बुलाई थी सर्वदलीय बैठक। जनविरोधी बीएचयू प्रशासन और सत्ताधारी बीजेपी की नीतियों के भंडाफोड़ पर बनी सहमति।

वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो

वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल चिकित्सालय में जहरीली नाइट्स आक्साइड गैस से हुई मौतों के मामले को लेकर नरिया स्थित रामनाथ चौधरी शोध संस्थान के सभागार में शनिवार को एनडीए विरोधी राजनीतिक पार्टियों की सर्वदलीय बैठक हुई। हैण्ड्स ऑफ महामना एरा बैनरतले आयोजित इस बैठक में वक्ताओं ने सर्वसम्मति से बीएचयू प्रशासन और केंद्र सरकार के खिलाफ जनांदोलन छेड़ने का ऐलान किया। साथ ही उन्होंने सामुहिक रूप से मार्च निकाल कर विश्वविद्यालय प्रशासन और बीजेपी सरकार के भ्रष्टाचार को उजागर करने का निर्णय लिया।

शुक्रवार, 1 सितंबर 2017

BHU में फिर बरपा भगवा गुंडों कहर, प्रशासन की मौजूदगी में कट्टे की नोक पर छात्र को कक्षा से बाहर घसीटा, लात-घूंसों से पीटा और नंगा किया

आक्रोशित छात्रों ने घेरा थाना। हमलावरों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर दिया धरना।
राजीव कुमार मौर्य
वाराणसी। शिक्षा के क्षेत्र में देश-विदेश में इतिहास रचने वाली महामना की बगिया इन दिनों भगवाधारी गुंडों की शरणस्थली बन गई है। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में शुक्रवार को एक बार फिर भगवा गुंडों का कहर बरपा और इस बार शिकार हुआ दृश्य कला संकाय का छात्र समीर यादव। आरोप है कि हमलावरों ने कट्टे की नोंक पर समीर को कक्षा से बाहर घसीटा। फिर उसे नंगा किया और लात-घूंसों से इस कदर मारा कि वह बेहोश हो गया। समीर की रक्षा के लिये जब छात्र हमलावरों की ओर दौड़े तो वे उसे वहीं छोड़कर फरार हो गये। साथी छात्र पर दिनदहाड़े हुये इस हमले को लेकर भारी संख्या में छात्र धरने पर बैठ गए। दूसरी ओर हमलावरों को संरक्षण देने वाले विश्वविद्यालय प्रशासन ने संकाय में फोर्स तैनात कर दी।

मंगलवार, 29 अगस्त 2017

BHU EXCLUSIVE: BJP विधायक को इलाहाबादी 'अखाड़े' से सौगात में मिला था गैस का ठेका

विश्वविद्यालय के ठेकों में केंद्र की सत्ता में काबिज राजनीतिक पार्टियों के नेताओं का दखल आया सामने। नवंबर, 2014 में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के नवनियुक्त कुलपति और भाजपा के मातृत्व संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रशंसक प्रोफेसर गिरीश चंद्र त्रिपाठी ने कार्यभार संभालने के 20 दिनों के अंदर पैररहट इंडस्ट्रियल इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड को दिया मेडिकल गैसों की आपूर्ति का ठेका।
reported By Shiv Das
वाराणसी स्थित काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सर सुन्दरलाल चिकित्सालाय में मेडिकल गैसों की आपूर्ति के ठेकों में सत्ताधारी भाजपा के नेताओं का सीधे दखल सामने आया है। दस्तावेज बताते हैं कि केंद्र में पार्टी की सरकार बनते ही भाजपा विधायक हर्ष वर्धन बाजपेयी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के इलाहाबादी 'अखाड़े' के सियासी गठजोड़ से सर सुंदरलाल चिकित्सालय में ऑक्सीजन, नाइट्रस ऑक्साइड और कार्बन डाई ऑक्साइड की आपूर्ति का ठेका हथिया लिया था। ठेके के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन पर पार्टी का इस कदर दबाव था कि नवनियुक्त कुलपति प्रोफेसर गिरीश चंद्र त्रिपाठी ने कार्यभार संभालने के बीस दिनों के अंदर मेडिकल गैसों की आपूर्ति की ठेका भाजपा विधायक की कंपनी पैररहट इंडस्ट्रियल इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड को दे दिया जबकि आवश्यक प्रमाण-पत्रों के अभाव में आबंटन की प्रक्रिया निविदा खुलने की तिथि से पांच महीनों तक लंबित रही।

रविवार, 27 अगस्त 2017

BHU में हुई मौतों की सीबीआई जांच की मांग को लेकर 'आप' ने फूंका बिगुल

मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये के मुआवजे की मांग भी की।
वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल चिकित्सालय में जून में हुई कथित 20 से ज्यादा मरीजों की मौतों की सीबीआई जांच की मांग को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को संत रविदास गेट से लंका स्थित बीएचयू गेट तक मार्च निकाला और प्रदर्शन किया। साथ ही उन्होंने मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये के मुआवजे की मांग की।

गुरुवार, 24 अगस्त 2017

EXCLUSIVE: BHU प्रशासन ने BJP विधायक की मशीन और उपकरण बनाने वाली कंपनी को दिया मेडिकल गैसों की आपूर्ति का ठेका

टेंडर भरने की आखिरी तारीख तक पैररहट इंडस्ट्रियल इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड को नहीं मिला था किसी भी प्रकार के गैस आपूर्ति का लाइसेंस। 
reported by Shiv Das
वाराणसी। राजनीतिक बिसात पर खड़ी नौकरशाही की बेबसी जून में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के सर सुंदरलाल चिकित्सालय में मरीजों की हत्या का इतिहास लिख गई। बीएचयू अस्पताल में मेडिकल गैसों की आपूर्ति से जुड़े दस्तावेज कुछ ऐसी ही दास्तां बयां कर रहे हैं। दस्तावेजों की मानें तो बीएचयू प्रशासन ने सियासी गठजोड़ में मशीन और उपकरण बनाने वाली भाजपा विधायक की कंपनी को जीवनरक्षक मेडिकल ऑक्सीजन, नाइट्रस ऑक्साइड और कॉर्बन डाई ऑक्साइड गैसों की आपूर्ति का ठेका दे दिया जबकि इसके पास किसी भी प्रकार के गैसों की आपूर्ति का लाइसेंस ही नहीं था।

मंगलवार, 22 अगस्त 2017

BHU अस्पताल में ज़हरीली गैस से हुई मौतों पर इलाहाबाद हाइकोर्ट ने सरकार को दिया जांच का आदेश

कोर्ट ने बीएचयू प्रशासन से भी एक हलफनामा मांगा है कि परेरहाट कंपनी को किन परिस्थितियों में लाइसेंस दिया गया था...
वनांचल न्यूज़ नेटवर्क
इलाहाबाद। काशी हिंदू विश्‍वविद्यालय के सर सुंदरलाल चिकित्‍सालय में ज़हरीली गैस से हुई मौतों के दो महीने बाद दायर एक जनहित याचिका पर इलाहाबाद उच्‍च न्‍यायालय ने संज्ञान लिया है। बीएचयू के पूर्व छात्र नेता भुवनेश्‍वर द्विवेदी की लगाई याचिका पर फैसला देते हुए इलाहाबाद हाइकोर्ट में जस्टिस दिलीप गुप्‍ता और जस्टिस अमर सिंह चौहान की खंडपीठ ने महानिदेशक, चिकित्‍सा एवं स्‍वास्‍थ्‍य को आदेश दिया है कि वे तीन सदस्‍यीय वरिष्‍ठ विशेषज्ञों की कमेटी से इस मामले की जांच कराएं।

शनिवार, 19 अगस्त 2017

BHU EXCLUSIVE: भाजपा विधायक की कंपनी के ‘जहर’ से बीएचयू अस्पताल में हुई थी मरीजों की मौत!

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप-मुख्यमंत्री
 केशव प्रसाद मौर्य के साथ भाजपा विधायक हर्ष वर्धन वाजपेयी।
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन उत्तर प्रदेश का दावा- बीएचयू स्थित सर सुन्दरलाल हॉस्पिटल में नॉन फार्माकोपिकल ग्रेड की नाइट्रस ऑक्साइडका हुआ उपयोग। औषधि की श्रेणी में नहीं आती नॉन फार्माकोपिकल ग्रेड की नाइट्रस ऑक्साइड
घटना के समय भाजपा विधायक हर्ष वर्धन वाजपेयी की कंपनी पैररहट इंडस्ट्रियल इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड के पास था सर सुन्दर लाल चिकित्सालय में नाइट्रस ऑक्साइड आपूर्ति का ठेका।

reported by Shiv Das 

वाराणसी। कमीशनखोरी की बुनियाद पर खड़ी ठेकेदारी प्रथा इन दिनों सरकारी अस्पतालों में मरीजों की मौतों का इतिहास लिख रही है। गोरखपुर स्थित बाबा राघव दास (बीआरडी) चिकित्सालय में सौ से ज्यादा बच्चों की मौत के साथ वाराणसी स्थित सर सुंदरलाल चिकित्सालय के सर्जरी वार्ड में दो महीने पहले हुई मरीजों की मौतें इसकी नजीर बन गई हैं। प्रशासनिक जांच रपटें और दस्तावेज बताते हैं कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय परिसर स्थित इस अस्पताल में उस वक्त हुई मरीजों की मौत सियासी गठजोड़ पर पनपी ठेकेदारी प्रथा की देन हैं जिसमें विश्वविद्यालय के आलाधिकारियों समेत सत्ताधारी भाजपा के विधायक हर्ष वर्धन वाजपेयी तक शामिल हैं।

रविवार, 6 अगस्त 2017

BHU: कुमार पंकज-शोभना नर्लिकर प्रकरण में न्यायिक जांच शुरू, आज आरोपी और गवाहों का बयान होगा दर्ज

उच्च न्यायालय इलाहाबाद के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति कलीमुल्लाह खान की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी ने शनिवार को पत्रकारिता एवं जन संप्रेषण विभाग की सहायक प्राध्यापक डॉ. शोभना नर्लिकर का बयान दर्ज किया।
वनांचल एक्सप्रेस ब्यूरो
वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के कला संकाय प्रमुख प्रो. कुमार पंकज और पत्रकारिता एवं जन संप्रेषण विभाग की सहायक प्राध्यापक डॉ. शोभना नर्लिकर के विवाद की न्यायिक जांच शुरू हो गई है। उच्च न्यायालय इलाहाबाद के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति कलीमुल्लाह खान की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी ने शनिवार को डॉ. शोभना नर्लिकर का बयान दर्ज किया। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जांच कमेटी आज (रविवार) आरोपी और गवाहों का बयान दर्ज करेगी। वहीं पीड़िता ने न्यायिक जांच प्रक्रिया की सूचना उपलब्ध कराने में विश्वविद्यालय प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।